Sunday, April 5, 2020

Kabhi etna sukun mila nhi |

Kabhi etna sukun mila nhi |

इतना कभी सुकून नहीं मिला,
दिल में काटे चुभ रहे लेकिन
दर्द भरा ही सही एक फूल sखिला
रोड पे चलता हूं एक दम मतवाले की तरह
क्योंकि कभी महशुस ही नहीं किया इतना तनहा

ये वक़्त और ये जिंदगी भी कितनी अजीब है न मेरे लिए
देती काम लेती ज्यादा है
अब महसूस है नहीं होता मै हूं भी या नहीं
पर याद दिला लेंता हूं कभी कभी देख के आइना ।।।

मुझे नहीं पता कब हो रहा दिन कब राते
मुझे ये नहीं पता कब धूप हो रही कब बरसाते
कभी कभी लगता है जिंदा हूं भी नहीं
लेकिन थप्पड़ मार के देख लेता हूं चल रही अभी सासे ।।।

खोया रहता हूं किसी यादों के आगोश में
ढूंढता रहता हूं अपने अष्क को बेचैन सा
मानो जैसे दरिया को समन्दर तलाश हो
आंखो का झरना भी अब सुख गया है
मानो जैसे पानी को भी प्यास हो
मानो जैसे पानी को भी प्यास हो




Sunday, March 22, 2020

Maine bhi usase puchh liya | hindi poetry |मैंने भी उससे पूछ लिया ?

वो कहती है बड़ी प्यार करता वो मुझे
मै कन्फर्म हूं उसका प्यार तुझे भुला देगा !!!

मैंने भी उससे पूछ लिया ?
तुम्हारे आंखो मै कौन आई लाइनर जचता है
क्यों वो बता देगा ?

वो कहती है बड़ी इरिटेट हो गई थी तुमसे
रोज़ परेशान करती थी तुम्हारी बाते
वो कहता है तुम्हारी हर एक चीज मेरे मन से हटा देगा !!

मैंने भी उससे पूछ लिया ?
जब रात को तुम थक हार इरिटेट होकर घर पे लौटोगे
तो क्या तुम्हारा सर अपने बाहों पे रख चैन से सुला देगा ?

वो कहती है तुम विश्वास नहीं करते मुझपे
उसे बड़ा ऐतबार है मूझसे !!

मैंने भी उससे पूछ लिया ?
जब तुम कही और रात बिताओगे
और आ के उसे बताओगे
अब नहीं रही तुम्हारे लायक मै
तब क्या बस तुम्हारे आंखो को चूम
अपने बाहों में सुला देगा ???

बड़ी ऐतबार है न तुम्हे उस पर
तो चलो बताओ ?
मैंने एक दशक बिताया है
बस तेरी ओठ के मुस्कान लिए
क्या वो 10 दिन भी बीता पाएगा !
तुम्हारी ओठ की मुस्कान  देखकर ??
                              -P jhallu

https://pradeepkumarjhalu.blogspot.com/

Monday, March 16, 2020

Mano jaise pani ko bhi pyas ho ! | hindi shayri | मानो जैसे पानी को भी प्यास हो | urdu/hindi shayari

"इतना कभी सुकून नहीं मिला,
दिल में काटे चुभ रहे लेकिन
दर्द भरा ही सही एक फूल खिला
रोड पे चलता हूं एक दम मतवाले की तरह
क्योंकि कभी महशुस ही नहीं किया इतना तनहा

ये वक़्त और ये जिंदगी भी कितनी अजीब है न मेरे लिए
देती काम लेती ज्यादा है
अब महसूस है नहीं होता मै हूं भी या नहीं
पर याद दिला लेंता हूं कभी कभी देख के आइना ।।।

मुझे नहीं पता कब हो रहा दिन कब राते
मुझे ये नहीं पता कब धूप हो रही कब बरसाते
कभी कभी लगता है जिंदा हूं भी नहीं
लेकिन थप्पड़ मार के देख लेता हूं चल रही अभी सासे ।।।

खोया रहता हूं किसी यादों के आगोश में
ढूंढता रहता हूं अपने अष्क को बेचैन सा
मानो जैसे दरिया को समन्दर तलाश हो
आंखो का झरना भी अब सुख गया है

मानो जैसे पानी को भी प्यास हो
मानो जैसे पानी को भी प्यास हो"
-@pjhalu

Sunday, March 8, 2020

badi aashani se block kr dete ho social media se, Dil se block kr paoge kya | hindi/ urdu shayari |दिल से ब्लॉक कर पाओगे क्या ???| hindi shayari | urdu shayari

"बड़ी आसानी से ब्लॉक कर देते हो मुझे सोशल मीडिया से
जरा दिल पे हाथ रख के पूछो, वहां से भी कभी ब्लॉक कर पाओगे क्या ????

हा!!! हो सकता हूं मै गलत दुनिया के नजर में, या तुम्हारे नजर में  भी ।
तो इसका मतलब ये तो नहीं कि तुम एक झलक के लिए तड़पाओगे ।
अच्छा तुम्हे ऐसा क्यों लग रहा बड़ी आसानी से भूल जाओगे
जरा अपने आप से पूछो मेरे जैसा यार कही पाओगे क्या ?।।।


चलो कुछ सवालों का जवाब दे दो .......!

जब तुम किसी के प्यार में तन बदन भीग जाओगे
उसका सर अपने गोद में रख, उसके बालो को सहलाओगे
तब क्या मेरी याद नहीं आयेगी ?
जरा अपने आप से पूछो, उन औषुओ को भी ब्लॉक कर पाओगे क्या ?

अगर उन औषुओं से भीग जाए उसका सर तो
जरा सोचो उससे बतलाओगे क्या ?
यही कहोगे ना! तुम्हारे प्यार में इमोशनल हो गई
उन भावनाओ क्या ? उसे भी ब्लॉक कर पाओगे क्या ?

बड़ी आसानी से ब्लॉक कर देते हो मुझे सोशल मीडिया से
दिल पे हाथ रख के पूछो, वहां से भी ब्लॉक कर पाओगे क्या ????? "
                                                                 -@pjhalu
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Saturday, February 15, 2020

Vo pyar khau se launga | hindi shayari | urdu shayari |वो प्यार कहा से लाऊंगा

"तुम से कितना प्यार है ये अब कैसे बता पाऊंगा
तुम सास की तरह हो बिना सास के कैसे रह पाऊंगा
पता नहीं क्या चल रहा इन हवाओं में
सब उड़ रहा तुमसे मेरा वो अपनापन और वो विश्वास
अब तो मुझे डर है तुम्हारा बचा हुआ प्यार अब कहा छिपाऊंगा

बड़ा खूबसूरत था वो  8 साल जो हमने साथ बिताए थे
जो एक सपने की तरह बित गया
तुम्हे एक बात बताऊं........?
अब बड़ा कठिन लगता है एक दिन
जरा सोचो पूरा उम्र  कैसे बिताऊंगा

तुम्हारे लिए कितना आसान था न
मेरे पास से उठे और किसी और के बहो में
सुकून से सो गए
एक बात पूछूं........?
अब पूरा उम्र मै ये सुकून कहा से ले आऊंगा

तुम्हे पता है .........?
आज भी धड़कने है बढ़ जाती
नशो की लहू है जम जाता
आखे भी जाती पथरा
जब भी याद है तेरे साथ बिताया एक कतरा
अब तू ही बता .......?
वो लम्हा कहां से लाऊंगा
वो खुशी कहा से लाऊंगा
अब वो प्यार कहा से लाऊंगा"
                         -@pjhalu

https://pradeepkumarjhalu.blogspot.com/

Sunday, February 9, 2020

Ro dunga | teri yaad bahut aati hai maa |Hindi/urdu shayari,kavita,poetry |जब कभी अकेला महसूस करता हूं । तेरी याद बहुत है आती मां ||

"जब कभी अकेला महसूस करता हूं ।
तेरी याद बहुत है आती मां
सोचता हूं तुमसे बात करू
पर डरता हूं कही रो दूंगा ।।

मुझे पता है तुझे पता है ।
अगर कभी मै रो दूंगा ।।
तेरी आंखें में भी आंसू दे दूंगा।
ऐसा देख हो सकता है बाबूजी की भी आंखे नीर की बीज बो देगा ।।
अगर ऐसा हुआ कभी, पूरा घर वेदना में रो देगा ।।
फिर क्या होगा ?

कुछ सूख खोएगा , कुछ चैन खोएगा
फिर शारी दुनिया, मै अपनी खो दूंगा

बस इसलिए call नहीं करता ऐ मां मै,
डर लगता कि रो दूंगा ।।
बस इसलिए call नहीं करता ऐ मां मै,
डर लगता कि रो दूंगा
तुम्हे पता मां ! ये जिंदगी

रोज़ सताती , रोज़ दिखाती
कुछ न कुछ दिवा सपने ऐ मां
मै उससे कुछ ज्यादा ही करता
जितना है वो मुझसे बतलाती ।
पास बुलाती ललचाती
फिर दुदकार के भगा देती ऐ मां
अब तू ही बता क्या है इसमें मेरी गलती एय मां

जब भी अकेला महसूस करता हूं
तेरी बड़ी याद है आती ए मां।।
काफी समय से दूर हूं ।
डरता हूं कुछ ना कर पाया, तो सब कुछ खो दूंगा।।

बस इसलिए call नहीं करता ऐ मां, डर लगता हैं कि रो दूंगा।
बस इसलिए call नहीं करता ऐ मां, डर लगता हैं कि रो दूंगा ।।"
-@pjhalu

बेघर बना के मुझे
उस घर को आसुओं और मायूसी से सजा रहे