Wednesday, November 22, 2017

तू साज हउ

तू साज हउ तू अल्फ़ाज़ हउ।
तू हमरे दिल के आवाज़ हउ।।
तू प्यार हउ तू इक़रार हउ
केतनन दिल के शिकार हउ।
तोहरे प्यार में ऊ एहसास बा।
नीद में भी हमके बुझात बा।।
केतनन के दिल के रानी हउ
तू जान हउ हमार।
केतनन के अखिया के पानी हउ
तुत खुद में बेगानी हऊ
पियासल ओठवा के तू पानी हउ
तू जिन्दजी हउ हमार ।
तू जिंदगानी हउ।।। साज हउ तू अल्फ़ाज़ हउ।
तू हमरे दिल के आवाज़ हउ।।
तू प्यार हउ तू इक़रार हउ
केतनन दिल के शिकार हउ।
तोहरे प्यार में ऊ एहसास बा।
नीद में भी हमके बुझात बा।।
केतनन के दिल के रानी हउ
तू जान हउ हमार।
केतनन के अखिया के पानी हउ
तुत खुद में बेगानी हऊ
पियासल ओठवा के तू पानी हउ
तू जिन्दजी हउ हमार ।
तू जिंदगानी हउ।।।

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